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Bitcoin kya hai bitcoin क्रिप्टो करेंसी की तरह ही एक डिजिटल करेंसी है। इस करेंसी को आप touch नहीं कर सकते, ना ही देख सकते हैं क्योंकि इसका कोई भौतिक स्वरूप नहीं है। यह इलेक्ट्रॉनिकलि स्टोर होती हैं। यह एक आम मुद्रा की तरह ही है। यदि आपके पास bitcoin है तो आप आम मुद्रा की तरह ही इससे कोई भी सामान खरीद सकते हैं। बस फर्क इतना है कि आप इसमें केश पे नहीं करते हैं जबकि इससे नेटवर्किंग भुगतान होता है। कुछ सालों से bitcoin और क्रिप्टो करेंसी के लिए लोगों में क्रेज बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है। अमीर लोग इस ऑनलाइन करेंसी के जरिए अपने पैसे को निवेश कर अपने पूंजी को अधिक से अधिक बढ़ाना चाहते हैं। जिसके वजह से इसकी कीमत काफी बढ़ रही है। bitcoin की कीमत हमेशा घटते बढ़ते रहती है यह एक जैसी नहीं रहती है। साल 2017 में bitcoin की कीमत बहुत ज्यादा बड़ी थी उसके बाद फिर से यह नीचे की ओर घढ़ते गई।
BITCOIN कब शुरू किया गया?
bitcoin की शुरुआत नेटवर्किंग आधारित भुगतान करने के लिए की गई थी जिसकी शुरुआत 2009 से हुई। इसका विकास सातोशी नाकामोतो नामक एक इंजीनियर ने किया था। शुरुआत में तो यह बहुत धीरे-धीरे बढ़ रही थी लेकिन 2015 के बाद काफी तेजी से ट्रेंडिंग में आ गई। वर्तमान समय में यह काफी लोकप्रिय है और इसकी कीमत लगभग $19000 से भी पार निकल चुकी है। यह काफी देशों में मानीय है परंतु भारत सरकार ने अभी तक इसको लेकर कोई नीतियां नहीं बनाई है। जबकि सुप्रीम कोर्ट से इसके लिए मंजूरी मिल चुकी है फिर भी भारत सरकार के अनुसार उसके पास वर्चुअल करेंसी के लिए कोई डाटा नहीं है इसीलिए इसके ट्रेंडिंग में खतरा हो सकता है। फिर भी भारत में गुपचुप तरीके से इसकी ट्रेडिंग हो रही है। यह काफी तेजी से बढ़ रहा है क्योंकि काफी लोग इसे कम दाम में खरीद के उच्च दाम में बेच कर अपने कारोबार करते हैं।
BITCOIN की ट्रेडिंग कैसे होती हैं?
bitcoin में ट्रेंडिंग डिजिटल वॉलेट के थ्रू होती है। bitcoin की कीमत एक साथ दुनिया भर में समान होती हैं जिससे इसकी ट्रेंडिंग काफी प्रचलित हो गई है।इसकी कीमत हमेशा एक जैसी नहीं होती है यह हमेशा घटते बढ़ते रहती है जो दुनिया भर की गतिविधियों पर आधारित है और उसी के हिसाब से इसकी कीमत में बढ़ोतरी और घटोत्तरी होती है। यह किसी देश के थ्रू कंट्रोल नहीं होती है जबकि यह डिजिटल तरीके से कंट्रोल किया जाने वाला करेंसी है।
BITCOIN क्यों है ज्यादा लोकप्रिय? Bitcoin kya hai?
👉 आपको पता है कि bitcoin की शुरुआत नेटवर्किंग भुगतान के लिए ही किया गया था। जहां क्रेडिट और डेबिट कार्ड से भुगतान करने पर दो से तीन परसेंट लेनदेन शुल्क लगता है वही bitcoin से भुगतान करने से कोई शुल्क नहीं लगता। इस कारण से भी इसका उपयोग काफी हो रहा है।
👉 यह सुरक्षित और बहुत ही तेज है जिसके वजह से लोग इसका उपयोग करने के लिए काफी प्रोत्साहित हो रहे हैं और इस की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।
👉अन्य क्रेडिट कार्ड में क्रेडिट लिमिट होती है जबकि इसमें किसी भी प्रकार की लिमिट नहीं होती और ना ही आपको कैश लेकर घूमने की जरूरत पड़ती है।
👉यह बहुत ही सुपर फास्ट तो है साथ ही दुनिया में हर जगह पर कारगर है इसकी कोई लिमिट नहीं है।
👉 बहुत बार ऑनलाइन भुगतान करने वाली कार्ड को किसी कारण से बैंक ब्लॉक कर देती है परंतु bitcoin में यह समस्या नहीं आती है। उसका अकाउंट कभी भी ब्लॉक नहीं होता।
👉यह अपने पूंजी को निवेश करने का बहुत ही अच्छा और फास्ट तरीका है। bitcoin की कीमत हमेशा घटते बढ़ते रहती है। यदि आपकी किस्मत हो तो आप यहां पर अपने पूंजी को निवेश करके उसे बहुत ज्यादा मात्रा में बढ़ा सकते हैं क्योंकि bitcoin की कीमत में बहुत बार बहुत ज्यादा बढ़ोतरी होती है।
BITCOIN के नुकसान क्या है?
Bitcoin Kya Hai जैसे कि आप जान ही गए होंगे यह ज्यादा मात्रा में लोगों द्वारा डिजिटल तरीके से उपयोग किया जा रहा है लेकिन इसके कई नुकसान भी हैं जिसे ध्यान में रखना बहुत जरूरी है। जैसे आप जानते हैं कि bitcoin को कंट्रोल करने के लिए कोई बैंक या सरकार नहीं है। यह डिजिटल तरीके से कंट्रोल होता है। इसीलिए तो इसपे विश्वास करना मुश्किल हो सकता है क्योंकि यदि आपका अकाउंट हैक हो गया तो आप सारे bitcoin तो को देंगे साथ ही आप पुलिस के पास शिकायत दर्ज भी नहीं करा सकते। इसकी कीमत हमेशा घटते बढ़ते रहती है इसके वजह से बहुत भारी नुकसान भी हो सकता है और कई लोगों के लिए डिप्रेशन का कारण भी बन सकता है।
BITCOIN वॉलेट क्या होता है?
जैसे आप जानते हैं कि Bitcoin Kya Hai एक वर्चुअल करेंसी है इसका कोई भौतिक स्वरूप नहीं है और ना ही आप इसे कैश के रूप में अपने पास रख सकते हैं इसे इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर किया जाता है और इसे रखने के लिए bitcoin वॉयलेट की जरूरत होती है। bitcoin वॉलेट एक जैसे नहीं होते हैं इसके कई प्रकार होते हैं जैसे कि मोबाइल वॉलेट, डेक्सटॉप वाॅलेट, हार्डवेयर वॉलेट और ऑनलाइन बेस्ड वाॅलेट। आप इनमें से किसी भी एक का उपयोग कर सकते हैं और उस पर अपना अकाउंट बनाकर अपने bitcoin को रख सकते हैं।यहां पर वॉलेट आपको एड्रेस के रूप में एक यूनिक आईडी प्रोवाइड करता है और जब आप bitcoin को वॉलेट में स्टोर करना चाहते हैं तब आपको इस एड्रेस की जरूरत पड़ती हैं। इसके अतिरिक्त बिट कॉइन खरीदने और बेचने के समय bitcoin वॉलेट की जरूरत पड़ती है क्योंकि आपकी सभी bitcoin यहीं पर रखी रहती है और यहीं से आप उसे बेच सकते हैं और उसका जो भी पैसा आपको मिलता है उसका ट्रांजैक्शन आप अपने बैंक में bitcoin वॉलेट से करवा सकते हैं।
BITCOIN माइनिंग क्या होता है?
आम भाषा में तो हम माइनिंग का मतलब खुदाई करके किसी धातु को निकालने के प्रोसेस को समझते हैं लेकिन bitcoin का तो कोई भौतिक स्वरूप है नहीं उसे कहीं से खुदाई करके तो नहीं निकाल सकते हैं। इस प्रकार यहां पर bitcoin माइनिंग की इस अर्थ को को समझना तो गलत है तो हम बता दे कि bitcoin माइनिंग का रियल मतलब होता bitcoin का निर्माण करना। कंप्यूटरिंग तरीके से नए bitcoin को बनाने के तरीके को ही bitcoin माइनिंग कहा जाता है। bitcoin माइनिंग एक ऐसी प्रोसेस है जिसमें कंप्यूटिंग पावर का उपयोग कर ट्रांजैक्शन प्रोसेस किया जाता है और नेटवर्क को सुरक्षित रखा जाता है। bitcoin माइनिंग का मुख्य उद्देश है bitcoin नोड को सुरक्षित बनाना और नेटवर्क को छेड़छाड़ से दूर रखना।
Conclusion
आज आप हमारा पोस्ट पढ़ के जान ही गए होंगे कि Bitcoin Kya Hai अगर आप को हमारा पोस्ट पसंद आया हो शेयर कीजीए ओर comment कर k बताए कि आप को हमारा पोस्ट कैसा लगा और आप के लिए usefull हैं कि नहीं।
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