Migraine Kya Hota Hai | Migraine के कारण

MIGRAINE KYA HOTA HAI

माइग्रेन एक प्रमुख और बहुत ही पीड़ादायक रोग है जो कि लोगों को नियमित दर पर परेशान करता है। यह एक आंतरिक मांसपेशियों और सिर के दर्द का कारण बनता है, जिसके चलते एक व्यक्ति को तीव्र सिरदर्द, उलटी, और ज्यादातर संवेदनशीलता का अनुभव होता है। माइग्रेन बीमारी नहीं होती है, बल्कि यह एक सिरदर्द का रूप है जिसे कई कारकों जैसे उदासी, तनाव, अवसाद, अनियमित खान-पान, या बाहरी प्रभावों के कारण होता है। इस लेख में, Migraine Kya Hota Hai और इसके कारणों, लक्षणों, और उपचार के बारे में बात करेंगे।

Migraine Kya Hota Hai

माइग्रेन एक प्रकार का सिरदर्द है जिसमें व्यक्ति को अत्यधिक दर्द महसूस होता है। इसमें दर्द आंतरिक मस्तिष्क में होता है जिसके कारण सिर पर तीव्र दर्द होता है। माइग्रेन के दौरान, व्यक्ति को उलटी, उभयार्थिकता और तेज प्रकाश या ध्वनि के प्रति अत्यधिक संवेदनशीलता भी हो सकती है। यह दर्द आकारी या दोनों सिर के भागों में हो सकता है और कुछ घंटों से कुछ दिनों तक चल सकता है। इसके कारण जैसे तनाव, अनियमित खान-पान, हॉर्मोनल परिवर्तन, नींद की कमी और मौसम में बदलाव आपको माइग्रेन हो सकती है।

MIGRAINE KYA HOTA HAI

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Migraine के Types

  • आरा के साथ माइग्रेन: यह प्रकार का माइग्रेन एक दृश्यश्लेषण, यानी आरा, के साथ होता है जो हेडेच से पहले या हेडेच के दौरान होता है। आराएं गंभीरता और अवधि में अलग-अलग हो सकती हैं और इनमें चमकती हुई रोशनी, अंधापन या जगजगाहट की लकीरें जैसे लक्षण शामिल हो सकते हैं।
  • आरा के बिना माइग्रेन: इस प्रकार का माइग्रेन किसी आरा के साथ नहीं होता है। सिरदर्द अक्सर एक तरफ धड़कता है और उसे थ्रोबिंग कहा जाता है। मतली, उल्टी, प्रकाश और ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता जैसे अन्य लक्षण भी मौजूद हो सकते हैं।
  • स्थायी माइग्रेन: यह प्रकार का माइग्रेन मासिक 15 या उससे अधिक दिनों तक सिरदर्द के साथ होता है, जिसमें से कम से कम 8 दिन माइग्रेन दिन होते हैं। स्थायी माइग्रेन व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है और इसे बेहाल कर सकता है।
  • मासिक धर्म माइग्रेन: यह प्रकार का माइग्रेन महिलाओं में होता है और इसे उनके मासिक धर्म से जोड़ा जाता है। मासिक धर्म माइग्रेन आमतौर पर महिला के मासिक धर्म के कुछ दिन पहले या इसके दौरान शुरू होता है और यह अन्य प्रकार के माइग्रेन की तुलना में अधिक तीव्र हो सकता है।
  • वेस्टिब्यूलर माइग्रेन: यह प्रकार का माइग्रेन चक्कर आना, चक्करपन, और संतुलन के लक्षणों को उत्पन्न करता है। वेस्टिब्यूलर माइग्रेन बहुत असक्षम कर सकता है और चलने, खड़े रहने या गाड़ी चलाने में कठिनाई पैदा कर सकता है।

Migraine के कारण

यह कुछ कारन है जिनकी वजह से माइग्रेन की प्रॉब्लम होती है।

  • जनेटिक्स: माइग्रेन का अनुभव करने वाले लोगों में से आधे लोगों के पास इस समस्या के सम्बंध में करीबी रिश्तेदार होते हैं। यह सुझाव देता है कि जीनों का भूमिका हो सकती है।
  • हार्मोनल परिवर्तन: माइग्रेन के हमले महिलाओं में अधिक सामान्य होते हैं, और यह मासिक धर्म के दौरान या जन्मनिय नियंत्रण गोलियों के उपयोग के साथ हार्मोन स्तर में परिवर्तन के कारण उत्पन्न हो सकते हैं।
  • निद्रा की कमी: पर्याप्त नींद न लेने से माइग्रेन का हमला उत्पन्न हो सकता है।
  • तनाव: तनाव भी माइग्रेन का हमला उत्पन्न कर सकता है।
  • कुछ खाद्य पदार्थ या पेय: कुछ खाद्य पदार्थ और पेय, जैसे शराब, कैफीन, और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, कुछ लोगों में माइग्रेन के हमले को उत्पन्न कर सकते हैं।
  • मौसम में परिवर्तन: मौसम में परिवर्तन, जैसे उच्च बारोमीट्रिक दबाव, कुछ लोगों में माइग्रेन के हमले को उत्पन्न कर सकते हैं।

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Migraine के symptoms क्या होते है।

  • तीव्र सिरदर्द: सिरदर्द आमतौर पर सिर के एक तरफ होता है, और वह इतना तीव्र हो सकता है कि ध्यान केंद्रित करना या कार्य करना मुश्किल हो जाता है।
  • बुखार और उल्टी: माइग्रेन वाले लोगों में से लगभग 80% लोगों को मतली की समस्या होती है, और लगभग आधे लोग उल्टी करते हैं।
  • प्रकाश और ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता: माइग्रेन वाले लोग अक्सर प्रकाश और ध्वनि के प्रति संवेदनशील होते हैं, और हमले के दौरान वे एक अंधेरे, शांत कमरे में लेटने की आवश्यकता महसूस कर सकते हैं।
  • अन्य लक्षण: माइग्रेन के अन्य लक्षण में आरा हो सकती है, जो हैडेच के पहले या हैडेच के दौरान होने वाली दृश्यश्लेषण होती है, और बिना हेडेच के होने वाली आरा, जो एक दृश्यश्लेषण है जो हेडेच के साथ नहीं होती है।

माइग्रेन कैसे ठीक करे

  1. स्ट्रेस को कम करें: ध्यान धारणा, योग, या प्राणायाम जैसी तकनीकों का उपयोग करें ताकि आपका मानसिक तनाव कम हो सके।
  2. स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: समय पर सोएं, स्वस्थ आहार लें, नियमित व्यायाम करें, और पर्याप्त पानी पिएं।
  3. नियमित और निद्रा करें: सामयिक और पर्याप्त नींद लें।
  4. प्रकाश और ध्वनि से बचें: जब आपको माइग्रेन हो, तो अधिकतम संभव प्रकाश और ध्वनि से बचने का प्रयास करें।
  5. खाने-पीने का ध्यान रखें: आपके लिए खाद्य पदार्थों में जो भी माइग्रेन का कारक हो सकता है, उन्हें पहचानें और उनसे बचें।
  6. चिकित्सक से परामर्श करें: यदि माइग्रेन की समस्या गंभीर हो या आपको नियंत्रण में आने के लिए सहायता चाहिए, तो एक विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लें।

CONCLUSION:

माइग्रेन एक दर्दनाक और जीवन को प्रभावित करने वाली समस्या है जो अनेक लोगों को प्रभावित करती है। Migraine Kya Hota Hai इसके कारण विभिन्न हो सकते हैं, लेकिन सिरदर्द की आंतरिक मांसपेशियों के विस्फोट के कारण माइग्रेन होता है। यह रोग तीव्र सिरदर्द, उलटी, संवेदनशीलता, और अत्यधिक संवेदनशीलता के साथ आता है। माइग्रेन के उपचार के लिए कई विकल्प मौजूद हैं, जिनमें दवाओं का सेवन, आराम, ध्यान योगा, तनाव प्रबंधन, और स्वस्थ जीवनशैली के अनुसार खान-पान का ध्यान रखना शामिल हो सकता है। यदि यह समस्या गंभीर हो, तो चिकित्सा विशेषज्ञ की सलाह लेना चाहिए और वे आपको सही औषधि की सलाह देंगे। अगर हम संतुलित जीवनशैली अपनाते हैं और स्वास्थ्य पर ध्यान देते हैं, तो हम माइग्रेन जैसी समस्याओं को नियंत्रित करने में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

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